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By | 18/05/2025



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फ्रेंड्स गुड आफ्टरनून दिस रवीन वाचिंग स्टेडियम। दोस्तों आज का इस न्यूज़ पेपर पे तीन इंपॉर्टेंट अपडेट आया हुआ है। पहला अपडेट ये है कि 3000 विशेष आचार्य की नियुक्ति होगी। पॉइंट नंबर टू पे 10,000 शिक्षकों की नियुक्ति। ये 10,000 कौन सा है? ना जनजातीय भाषा एवं क्षेत्रीय भाषा की। साथ में यहां से लेके यहां तक जो अपडेट मेंशन है ये है आपका जेटेट के बारे में। तो मैं आपको इस न्यूज़ पे जो मेंशन है वो भी हम आपको बताएंगे और जो यहां पर मेंशन नहीं किया हुआ है इसका जो पीछे का जो सीन है वो भी हम आपको बताएंगे। रिक्वेस्ट है कि स्टार्टिंग से ले लास्ट तक जरूर देखिएगा। ठीक है? देखिए सबसे पहला वाला जो अपडेट है कि दिव्यांग बच्चों को पढ़ाने के लिए 3000 विशेष आचार्य की नियुक्ति होगी। अब ये विशेष आचार्य की नियुक्ति के ऊपर में गवर्नमेंट अचानक काम करना क्यों स्टार्ट किए हैं? वो चाहे सेंट्रल हो, चाहे स्टेट हो। इसका पीछे का जो बैकग्राउंड है, ये हम आपको सबसे पहले दिखाना चाहते हैं। ठीक है? देखिए, यह कुछ महीने पहले का अपडेट है। जहां पे सुप्रीम कोर्ट ने ऑर्डर दिए हुए हैं। देखो क्या है अपडेट? सुप्रीम कोर्ट ने महत्वपूर्ण फैसलों में सभी राज्य व केंद्र शासित प्रदेशों को मुख वधिर दृष्टिबाधित और मानसिक रूप से कमजोर बच्चों को सुमेचित शिक्षा देने के लिए विशेष शिक्षकों की पद सजित करने और नियुक्ति करने का आदेश दिया है। यहीं से ही स्टार्ट होता है। चाहे सेंट्रल गवर्नमेंट हो, चाहे डिफरेंट स्टेट गवर्नमेंट हो। उन्होंने विशेष शिक्षा का नियुक्ति प्रक्रिया स्टार्ट किए हैं और हमारे झारखंड में भी हमारे झारखंड में भी अगर आप देखोगे तो जो कैबिनेट हुआ था लास्ट वाला कैबिनेट यानी कि 253 2025 ठीक है यह वाला जो कैबिनेट हुआ था 25 मार्च को यहां पे आपको मैं थोड़ा सा दिखा दूं देखो यहां पे क्या हुआ है आप जानते हैं कि हमारे झारखंड में 500 जो पद है ना वह स्वीकृति किया गया था। ठीक है? यहां से इंटरमीडिएट स्तर पर विशेष प्रशिक्षित सहायक आचार्य के लिए 239 पद साथ में स्नातक स्तरीय विशेष प्रशिक्षित सहायक आचार्य के लिए 1052 कुल मिलाजुला के 3451 पद जो है इसके लिए स्वीकृति हुआ है। इसी 500 में से 3451 इस पद को दिया जा रहा है विशेष शिक्षा के लिए। अभी आप बोलोगे कि रवि भाई फिर ये वैकेंसी कब आएगा? यहां के अब इसको जानने के लिए हम लोग चलेंगे न्यूज़ पेपर में। हां और एक थोड़ा सा अपडेट है। जो भी स्टूडेंट्स इसके लिए तैयारी कर रहे हैं स्पेशल एजुकेशन के ऊपर में मेरा वीडियो का डिस्क्रिप्शन बॉक्स में टेलीग्राम ग्रुप है, WhatsApp ग्रुप है। उस ग्रुप में जाकर आप ऐड हो जाइए। उससे आपको यह पता चलेगा कि इसका जो सिलेबस होता है, कठिनाई का स्तर होता है, वो क्या होता है। सिलेबस देखो ये आपका चंडीगढ़ का है। ठीक है? वहां पे जो टीजीटी का जो विशेष शिक्षा का सिलेबस जारी हुआ था ऑफिशियली इस सिलेबस को इस सिलेबस को कंप्लीट सिलेबस को मैं अपना ग्रुप में डाल दूंगा आज वहां से आप देख लोगे आपको इसका क्लेरिटी मिलेगा कि आपको क्या-क्या चीज पढ़ना है और एक चीज कौन-कौन सा ऐसा स्टूडेंट है जिन्होंने विशेष शिक्षा के ऊपर में आपने टीचर ट्रेनिंग किए हो बीएड किए हो आप अपने कमेंट करें सो दैट कि मुझे यह पता चलेगा कि नहीं हमारे साथ भी इतना नंबर ऑफ स्टूडेंट्स कनेक्टेड हैं जिन्होंने विशेष शिक्षा के ऊपर में ट्रेनिंग लिए हुए हैं। ठीक है? और कमेंट बॉक्स में जो पिन आई मीन WhatsApp ग्रुप का लिंक दिया हुआ है वहां पे जरूर ऐड हो जाइए। आपको सिलेबस का क्लेरिटी मिलेगा। हालांकि झारखंड सरकार का तो नहीं है लेकिन सिमिलर पैटर्न को फॉलो करता है झारखंड सरकार। ठीक है? देखो अभी हम लोग चलते हैं। आपका जो मन में जो क्वेश्चंस आ रहा है कि रवि भाई ये तो हम लोग समझ गए। लेकिन ये आएगा कब? ठीक है? इसको जानने के लिए देखो क्या लिखा हुआ है। झारखंड में दिव्यांग बच्चों को पढ़ाने के लिए 3000 शिक्षकों की नियुक्ति होंगी। इस शिक्षकों को विशेष आचार्य कहा जाएगा। अब ये माध्यमिक आचार्य, सहायक आचार्य, विशेष आचार्य ये सारे आचार्य ही अब अब यहां झारखंड में अब रिक्रूट होने वाले हैं। ठीक है? देखो स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। सामान्य क्या होता है? इन जनरल में 30 बच्चे पे एक टीचर होता है। ठीक है? ये हम लोग जानते हैं। ठीक है? लेकिन वहीं पे प्रारंभिक अब अब स्पेशल एजुटर के लिए क्या होता है? स्पेशल एजुकेटर के लिए क्या होता है कि 10 बच्चे में प्राइमरी लेवल पर 10 बच्चे में एक शिक्षक होना जरूरी है एस पर लॉ साथ में जो माध्यमिक के हैं वो 15 बच्चे के लिए एक शिक्षक होना अनिवार्य है। वहीं पे जो नॉर्मल बच्चे रहते हैं वो 30 बच्चे पे एक शिक्षक होना अनिवार्य है। हालांकि हमारे झारखंड में ना 30 बच्चे पे एक शिक्षक वाला जो रेशियो है ना ये मेंटेन है ना यह पता नहीं ये मेंटेन होगा कि नहीं आने वाले दिन पे पता चलेगा। हालांकि अभी तक करंट जो सिचुएशन है ये 30:1 वो मेंटेन नहीं है जनरल बच्चे के लिए। अब दिव्यांग बच्चे के लिए ये वाला भी आप कुछ ही दिन पे पता चल जाएगा कि एग्जैक्टली क्या होने वाला है। ये पेपर तक ही सीमित रह जाएगा या ये ग्राउंड लेवल पे इंप्लीमेंट होगा। हालांकि लग रहा है कि ये इंप्लीमेंट होगा। क्यों? क्योंकि सुप्रीम कोर्ट का आर्डर है। ठीक है? देखो अब इसमें क्या लिखा हुआ है कि इन शिक्षकों के लिए विषय शिक्षक शिक्षा में आपका बीएड डिग्री होना अनिवार्य है। अब आता है इंपॉर्टेंट लाइन। शिक्षा विभाग ने इस पर काम शुरू कर दिया है। ठीक है? शिक्षा सचिव उमाशंकर सिंह ने कहा कि इसे पूरा होने में करीब 5 महीने का समय लगेगा। अब मुझे एक चीज समझ में नहीं आ रहा है कि यह पांच महीना जो है यह कब से है मतलब शिक्षा विभाग से लेके शिक्षा विभाग में जो काम होने वाला है वहां का 5 महीना का बाद बोला जा रहा है या अभी से लेके इस एग्जाम तक रिजल्ट तक जॉइनिंग लेटर तक 5 महीना का बाद बोला जा रहा है यह बोलना बड़ी मुश्किल है इसका क्लैरिटी नहीं है। अब आपको इसमें क्या लग रहा है कमेंट करके ज़रूर बताइएगा। ठीक है? लेकिन, इन्होंने बोले हैं कि इसमें 5 महीना समय लगेगा। अब शिक्षा विभाग से ले आपका जेएसएससी तक जाने के लिए 5 महीना या जेएसएससी तक जाने के बाद 5 महीना या इसके ऊपर में कानूनी जो प्रक्रिया रहता है उसको कंप्लीट करने के लिए 5 महीना इसका क्लेरिटी मेंशन नहीं है। ठीक है? तो यहां तक था हम लोगों का जो विशेष शिक्षा के ऊपर में टीचर ट्रेनिंग किए हुए हैं उसके लिए है ये अपडेट। ठीक है? देखो अब हम लोग आते हैं ये वाला कहानी। क्या कौन सा यह 10,000 वाला का 10,000 शिक्षक का सबसे पहले जो लिखा हुआ है उसको हम लोग पढ़ते हैं। देखो क्या लिखा हुआ है कि जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा की पढ़ाई के लिए राज्य में करीब 10,000 शिक्षकों की नियुक्ति होनी है। ठीक है? ये होनी है तो ये तो लास्ट हमको लगता है कि दो साल से हम लोग सुन रहे हैं। ठीक है? मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी इसको लेके गंभीर हैं। वेरी गुड। अब आगे क्या लिखा हुआ है कि इसके लिए शिक्षा विभाग की एक टीम बंगाल जाकर उसका पैटर्न को अध्ययन कर चुकी है। ठीक है? वेरी गुड। शिक्षा सचिव ने कहे कि विभागीय मंत्री को यह रिपोर्ट सौंपा जा चुका है। शीघ्र ही इसका काम काम शुरू होगा। यानी कि इसका जो प्रक्रिया था मैंने ऑलरेडी इसके ऊपर में इसका नियमावली के ऊपर में भी आपको मैं वीडियो बना के दिखा चुका हूं कि इसका सिलेक्शन प्रोसेस क्या रहेगा। 10th का, 12th का, ग्रेजुएशन का, पीजी का साथ में आपका जो टीचर ट्रेनिंग है उसमें पॉइंट वाइज रहेगा और मेरा डिस्क्रिप्शन बॉक्स में भी उस वीडियो का मैं लिंक दे देने का कोशिश करूंगा। नहीं तो वीडियो सेक्शन पे जाओगे और इसका वीडियो थोड़ा सा मेहनत करके सर्च करोगे आपको मिल जाएगा। इसका नियमावली को पूरा मैंने ओपन करके दिखाया हूं कि 10थ में आपका अगर मान लो 70% है तो आपको कितना पॉइंट मिलेगा। 12th में कितना परसेंट पे कितना पॉइंट मिलेगा। पीजी में ग्रेजुएशन पे आपके व्हाटएवर यू हैव मतलब आपके पास जो भी क्वालिफिकेशन है एकेडमिक एंड आपका टेक्निकली जो बीएड उसमें हां एक इंपॉर्टेंट चीज है इस बहाली में वही पार्टिसिपेट कर पाएंगे जिनका 12th में अगेन आई एम रिपीटिंग बड़ी ध्यान से मेरा बात को सुनिएगा इस बहाली में वही पार्टिसिपेट कर पाएंगे जिनका 12th में ये जनजातीय भाषा एवं क्षेत्रीय भाषा है। एक बहुत बड़ा डील है। एक बहुत बड़ा डील है। बहुत बच्चे के काफी स्टूडेंट्स के ये चीज रहता नहीं है। फॉर एग्जांपल एक साइंस का बच्चा है। अब वो फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथमेटिक्स, चाहे वो बायोलॉजी पढ़ा, कंप्यूटर साइंस रखा, हिंदी रख लिया वो मैंडेटरी सब्जेक्ट के। लेकिन एडिशनल वाला जो सब्जेक्ट है ना ये अधिकतर बच्चे रखते नहीं है। अब आने वाले दिन पे क्या होगा? कोर्ट पे कचारी कोर्ट जाएगा यह या कंप्लीट हो पाएगा यह तो आने वाले दिन पे इसका क्लेरिटी मिलेगा। लेकिन हालांकि चैलेंज है। यह वाला बहाली भी पूरा होने पर चैलेंज है। इसीलिए चैलेंज है क्योंकि काफी बच्चे के पास में यह चीज रहता नहीं है और वह बाध्य भी नहीं है। ऐसा नहीं है कि वो मैंडेटरी था और आपने रखे नहीं है। ठीक है? अब देखो क्वेश्चन से कि इसका बहाली आएगा कब? देखो एक चीज मैं आपको क्लियर क्लियर से बता दूं। जैसे फॉर एन एग्जांपल मैंने अपने चैनल पे आप लोगों को बोला था जिस समय नियमावली बना हुआ था किसका? बीओ का। झारखंड बीओ का नियमावली बना हुआ था हम आपको दिखाए थे। झारखंड कैबिनेट में पास हुआ था वो हम आपको दिखाए थे। इस जो बीओ का रोस्टर क्लियर हुआ है वो हम आपको दिखाए थे। यानी कि कोई भी वैकेंसी का जो प्रोग्रेसिव रिपोर्ट होता है वो हम आपके सामने रखते हैं। वैकेंसी लाने का तो क्षमता रवि प्रधान के अंदर पे है नहीं। तो जो प्रेजेंट सिनेरियो रहता है उसको आपके सामने रखना फैक्ट को रखना जेन्युइन चीज को रखना वो मेरा काम है। लेकिन अब गवर्नमेंट इसके ऊपर में क्या डिसाइड करेंगे? दोस्त यह तो बोलना मेरे लिए क्या किसी के ऊपर किसी के बारे मतलब कोई नहीं बोल सकता है। अब मान लीजिए अगर शिक्षा विभाग बोल रहे हैं कि नहीं मंत्री साहब को सारा चीज सौंपा जा चुका है। अब यहां से ले वैकेंसी तक गवर्नमेंट पर्टिकुलर गवर्नमेंट का मतलब कौन होते हैं? गवर्नमेंट कौन होते हैं? हमारे सीएम साहब है। हमारे शिक्षा मंत्री साहब हैं। इन्होंने कब डिसीजन लेंगे? ये तो बोलना पॉसिबल नहीं है। किसी का माइंड रीड करना पॉसिबल नहीं है। लेकिन प्रोग्रेसिव रिपोर्ट यही है कि ये किसी भी मूवमेंट पे आ सकता है। अब बोलोगे ये मूवमेंट कौन सा है? इसका आंसर किसी के पास नहीं है क्योंकि जहां पे आप हो वहीं पे मैं हूं। थोड़ा सा बैक एंड से पता लगा के आपको देना मेरा काम रहता है। सेम सीन बीओ का भी है। नियमावली बन चुका है। कैबिनेट में पास हो चुका है। उसका डॉक्यूमेंट्री भी हम आपको दिखा चुके हैं। रोस्टर भी क्लियर हो चुका है। सारा चीज तो क्लियर है। फिर वैकेंसी क्यों नहीं आ रहा है? वैकेंसी क्यों नहीं आ रहा है? तो इसका जवाब तो मेरे पास में भी नहीं है। ठीक है? अब आते हैं हम लोग जेटेट के बारे में। हालांकि इस न्यूज़ का सबसे ऊपर में ही लिख दिया हुआ लिखा हुआ है कि 9 साल बाद फिर से होगी जेट परीक्षा। ठीक है? जेट भी सोचता होगा कि यार कहां पर हम फंस गए? कौन सा जगह पर फस जाए फंस गए हैं कि आज तक आने का नाम ही नहीं ले रहा है। देखो यहां पर क्या लिख रहा है। इसके अलावा शिक्षा विभाग ने 9 साल बाद अब फिर से झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी कि जे टेट लेने जा रहा है। 2016 में जेटेट की परीक्षा हुई थी। इसके बाद पिछले साल ने झारखंड काउंसिल एकेडमी ने जे टेट के लिए विज्ञापन निकाला था। जहां पे 3.5 लाख स्टूडेंट ने इसका आवेदन किए हुए थे। शिक्षा सचिव उमाशंकर सिंह ने कहा कि कुछ विसंगतियां भाई ये विसंगतियां होता क्यों है? ये विसंगति के चलते लाखों स्टूडेंट झेलते झेल रहे हैं। है ना? अगर यह विसंगति नहीं होता और जेटेट परीक्षा आज से तीन दो मतलब तीन साल पहले हो चुका होता तो आज की तारीख में सहायक आचार भी फंसता नहीं। ठीक है? लेकिन ये पता नहीं कौन सा विसंगति है। इसके पीछे भगवान जाने। विसंगति के कारण विज्ञापन रद्द करना पड़ा है। अब देखो यह विज्ञापन रद्द करने के पीछे एग्जजेक्टली क्या रीजन है वह तो कोई नहीं जानता है। हालांकि एक प्रोबेबिलिटी के अंदर पे आप भी एक बोल सकते हैं कि वेरी रिसेंटली जो सीटेट जो आउट हुआ है सुप्रीम कोर्ट ने यह बोले कि खेल का बीच में नियम परिवर्तन नहीं हो सकता है। शायद क्या इसी को ध्यान में रखते हुए झारखंड सरकार यह सोचे कि एक बार विज्ञापन निकल चुका है। फिर बीच में नियम परिवर्तन होगा तो कल की तारीख में फिर से जाके हाई कोर्ट पहुंच जाएगा। क्या इस चीज को ध्यान में रखते हुए ये लोग फिर से इसको मतलब एस पर नियमावली फिर से न्यू चीज मतलब न्यू मतलब न्यू विज्ञापन आए मतलब न्यू विज्ञापन को क्रिएट करेंगे क्या ये चीज है या एनईपी उसके अंदर पे इंक्लूड एनईपी इंक्लूड होना मैंडेटरी है। क्यों? क्योंकि झारखंड में आप अगर वेरी रिसेंटली जो साक्षरता विभाग ने जो जारी किया हुआ था माध्यमिक आचार उसमें साफसाफ लिखा हुआ है कि एनईपी को ध्यान पर रखते हुए ये 1300 जो बहाली है वो लाया जा रहा है जिसमें 5 प्लस 5 + 3 + 3 प्लस फोर इंप्लीमेंट वहां पे हो रहा है। ठीक है? तो एग्जजेक्टली जो क्या रीजन है हम लोग इसके ऊपर में ऑलरेडी काम करना स्टार्ट कर चुके हैं। बहुत जल्द ही इसके ऊपर में हम लोग क्या करेंगे उसका क्लेरिटी हम आपको अपने चैनल पे देंगे। आपको हम लोगों का साथ देना होगा। सो दैट कि विजिबिलिटी ज्यादा होंगे तो तो उसका रिजल्ट आने का जो चांसेस है जेटेट होने का जो चांसेस है वो ज्यादा रहेगा। ए टू जेड स्टडी जेटेट एग्जाम हो स्टूडेंट्स के हित में हम लोग लास्ट एक साल डेढ़ साल से हम लोग लगे हुए हैं। मल्टीपल टाइम मल्टीपल टाइम एमएलए एमएलए साहब से लेके सीएम साहब तक शिक्षा सचिव सचिव साहब तक आपका हमारे एजुकेशन मिनिस्टर तक इवन कि हम लोग राज्यपाल तक इवन कि जो हमारे मतलब ऐसा कोई जगह नहीं बचा विधानसभा तक ऐसा कोई जगह नहीं बचा जहां पे ए टू जेड स्टडी इस बात को पहुंचाने के लिए हम लोग प्रयास नहीं किए हैं। देखो प्रयास करना काम मेरा है। अब उसका आउटपुट क्या होगा? ये गवर्नमेंट डिसाइड करेगा। अब आप बोलोगे कि नहीं हम लोग मेहनत भी नहीं करेंगे, काम ही नहीं करेंगे। ऑटोमेटिक सब कुछ होते रहेगा। ऑटोमेटिक दुनिया में कुछ भी नहीं होता है। अगर पत्ता भी हिल रहा है ना तो उसका पीछे लॉजिक रहता है कि पत्ता तो क्यों हिल रहा है। इसीलिए हम लोगों का यह टारगेट रहता है कि स्टूडेंट्स के हित में काम हो। ए टू जेड स्टडी इस चीज के लिए हमेशा लगा हुआ है। ठीक है? थैंक यू टू वाचिंग दिस वीडियो। आने वाले दिन पे जो भी अपडेट रहेंगे जरूर बताएंगे। अभी तक अगर चैनल को सब्सक्राइब नहीं किए हैं तो इस चैनल को जरूर सब्सक्राइब कीजिए। थैंक यू वाचिंग दिस वीडियो।

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